Thursday 19 May 2011

siyasat ki tavayaf

ये सियासत की तवायफ का दुप्पट्टा है ,


jvalant

ज्वलंत राष्ट्र -चैतन्य के जीवंत दृष्टान्त स्वातंत्र्यवीर सावरकर ,


Vikal vatas

विकल वातास बनकर जी रहे है हम,

Wednesday 18 May 2011

Kavita ,

कविता अर्थात भाषा में आदमी होने की तमीज .

Wednesday 4 May 2011

PURUKHO VALE GHAR ME .....

हम पुरुखो वाले घर में परदेशी कहलाये,